Oasis News
टेक्नोलॉजी

अल्ट्रा वाइब्रेंट सोलर का बड़ा लक्ष्य, ₹1,500 करोड़ का टर्नओवर 15,000 रोजगारकी दिशा में बढ़ा कदम

*अल्ट्रा वाइब्रेंट सोलर का बड़ा लक्ष्य, ₹1,500 करोड़ का टर्नओवर और 15,000 रोजगार सृजन की दिशा में बढ़ा कदम*

-राजस्थान, एनसीआर, गुजरात, मध्य प्रदेश,उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख बाज़ारों में विस्तार की तैयारी

ग्रेटर नोएडा – अल्ट्रा वाइब्रेंट सोलर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (यूवीएसईपीएल), जो भारत की सबसे तेजी से बढ़ती रिन्यूएबल एनर्जी ईपीसी और टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन कंपनियों में से एक है, ने अपने विस्तार की बड़ी रूपरेखा पेश की है। कंपनी का लक्ष्य है कि वित्त वर्ष 2026–27 तक ₹1,500 करोड़ का टर्नओवर प्राप्त करे और अपने ईपीसी, मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी डिवीज़न के तहत 15,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार अवसर पैदा करे।

ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित एशिया की सबसे बड़ी क्लीन एनर्जी प्रदर्शनी रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया (REI) एक्सपो 2025 में कंपनी ने लिथिना एनर्जी के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की। इस साझेदारी के तहत, जयपुर (राजस्थान) में लिथिना एनर्जी की बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की शुरुआत की गई है, जो भारत की ऊर्जा भंडारण क्षमता को गति देने की दिशा में अहम कदम है।

बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) तकनीक भारत में अभी भी बहुत सीमित है, लेकिन यह ग्रिड को स्थिर रखने, (पीक लोड मैनेजमेंट) ज़्यादा मांग के समय बिजली संभालने और लगातार बिजली देने में बहुत काम आती है। वर्ष 2024 में भारत का BESS बाज़ार लगभग $7.8 बिलियन (₹65,130 करोड़) का था, जो 2030 तक $32 बिलियन (₹2.67 लाख करोड़) तक पहुंचने का अनुमान है — यानी 26% की वार्षिक वृद्धि दर। वर्ष 2025 की पहली छमाही में भारत ने 7.6 GW BESS क्षमता डेवलपर्स को आवंटित की, जो अब तक की सबसे बड़ी आवंटन मात्रा है।

यह साझेदारी अल्ट्रा वाइब्रेंट सोलर की तकनीकी आत्मनिर्भरता के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करती है और कंपनी को भारत के उभरते एनर्जी स्टोरेज इकोसिस्टम में अग्रणी स्थान पर लाती है। यह स्वदेशी संयंत्र औद्योगिक, वाणिज्यिक और बड़े पैमाने के उपयोग के लिए उन्नत लिथियम-आधारित सिस्टम का निर्माण करेगा। यह पहल मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियानों के अनुरूप है। यह संयंत्र निकट भविष्य में 500 से अधिक कुशल रोजगार अवसर प्रदान करेगा और भारत की ऊर्जा सुरक्षा को सशक्त बनाएगा।

*अल्ट्रा वाइब्रेंट सोलर के मैनेजिंग डायरेक्टर,राजेश्वर सिंह ने कहा* एनर्जी स्टोरेज भारत की रिन्यूएबल एनर्जी क्रांति का अगला बड़ा कदम है। लिथिना एनर्जी के साथ हमारी साझेदारी ‘मेक इन इंडिया’ के ज़रिए इस लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में अहम कदम है। जयपुर में BESS यूनिट से हम देश में एक मजबूत सप्लाई चेन बना रहे हैं, जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी और ऊर्जा सुरक्षा बढ़ेगी। अल्ट्रा वाइब्रेंट हमेशा तकनीक आधारित काम में विश्वास रखता है, और यह पहल आत्मनिर्भर, टिकाऊ और नवाचार से भरे भारत के विजन को आगे बढ़ाती है।

*लिथिना एनर्जी के सीईओ, संयम छंगाणी ने कहा* भारत की रिन्यूएबल यात्रा तब तक पूर्ण नहीं हो सकती जब तक हमारे पास स्केलेबल और स्वदेशी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम न हों। अल्ट्रा वाइब्रेंट सोलर के साथ यह साझेदारी आधुनिक बैटरी तकनीक और बेहतर ईपीसी अनुभव को एक साथ जोड़ती है। जयपुर BESS यूनिट भारत की औद्योगिक और ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ गुणवत्ता, विश्वसनीयता और स्थानीय नवाचार के नए मानक स्थापित करेगी।हम भारत के उस नए दौर की नींव रख रहे हैं, जहाँ सोलर और स्टोरेज एक साथ चलेंगे।

2014 में स्थापित अल्ट्रा वाइब्रेंट सोलर आज भारत की अग्रणी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में शामिल है। कंपनी की उपस्थिति राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली एनसीआर जैसे प्रमुख राज्यों में है। अब तक कंपनी ने 26 MWp IPP रिन्यूएबल एसेट्स विकसित किए हैं और 47 MW से अधिक रूफटॉप परियोजनाएं ईपीसी मॉडल पर पूरी की हैं, जबकि 16 MWp परियोजनाएं विकासाधीन हैं। कंपनी पीएम-कुसुम योजना, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और नेशनल सोलर मिशन जैसी सरकारी योजनाओं में सक्रिय रूप से भाग ले रही है।

पिछले एक दशक में कंपनी ने 225+ MW सोलर ईपीसी और BESS परियोजनाएं सफलतापूर्वक पूरी की हैं, 125+ ग्राहकों की सेवा की है और 85% रिपीट क्लाइंट रेट बनाए रखा है। कंपनी ने 400+ सप्लायर और 60+ I&C पार्टनर्स का मजबूत नेटवर्क तैयार किया है और कई राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें बेस्ट ईपीसी अवॉर्ड, राजस्थान सोलर रत्न, इनोवेशन इन रिन्यूएबल एनर्जी अवार्ड, स्टेट लीडरशिप अवॉर्ड और कंपनी ऑफ द ईयर – सोलर सिस्टम इंटीग्रेटर (2025) शामिल हैं। नवाचार और गुणवत्ता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ, अल्ट्रा वाइब्रेंट सोलर भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के अगले दशक को आकार देने के लिए तैयार है, जहाँ ईपीसी उत्कृष्टता, स्वदेशी मैन्युफैक्चरिंग और एडवांस एनर्जी स्टोरेज तकनीक मिलकर भविष्य की ऊर्जा कहानी लिखेंगी।

Related posts

दिल्ली में देखा गया विश्व का सबसे बड़ा ड्रोन किस देश से आया था ड्रोन देखिए

oasisadmin

AI In Healthcare

oasisadmin

पाकिस्तान और रूस करीब आने के लिए ये कदम सही होंगे क्या?

oasisadmin

Leave a Comment