बिहार की रूपौली, मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा, उत्तराखंड की बद्रीनाथ और मंगलौर, पंजाब की जालंधर वेस्ट, बंगाल की रायगंज, रानाघाट दक्षिण, बगदा, मणिकताला, तमिलनाडु की विक्रावंदी सीट के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश की देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ सीटों पर मतदान जारी है
देश की के सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए मतदान जारी है।इसमें बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब सहित देश के सात राज्य शामिल हैं। इनमें कुछ सीटें ऐसी हैं, जो लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई हैं। इसका कारण कई विधायकों का लोकसभा चुनाव लड़ना है। जिसमें विजयी होने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, कुछ सीटें इसमें विधायकों के निधन से भी खाली हुई हैं।
किस राज्य की कितनी सीटों पर चुनाव
बिहार की रूपौली, मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा, उत्तराखंड की बद्रीनाथ और मंगलौर, पंजाब की जालंधर वेस्ट, बंगाल की रायगंज, रानाघाट दक्षिण, बगदा, मणिकताला, तमिलनाडु की विक्रावंदी सीट के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश की देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ सीटों पर आज मतदान हो रहा है। इन सीटों पर उपचुनाव का नोटिफिकेशन 14 जून को जारी हुआ था। नामांकन की आखिरी तारीख 21 जून थी। स्क्रूटनी 24 जून को पूरी हुई थी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 26 जून तय की गई थी। इस चुनाव के नतीजे 13 जुलाई को आएंगे।
उत्तराखंड की दो सीटों पर हो रहा उपचुनाव
उत्तराखंड की दो सीटों पर उपचुनाव हो रहा। पौड़ी गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र की 14 सीटों में से एक बद्रीनाथ विधानसभा सीट कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी के मार्च में इस्तीफा देने और उसके बाद भाजपा में शामिल होने के बाद खाली हुई थी। इसके अलावा मंगलौर सीट पर भी मतदान जारी है। मंगलौर सीट इस सीट पर हरियाणा के ‘बाहरी’ नेता करतार सिंह भड़ाना, कांग्रेस के पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन और बीएसपी ने सहानुभूति बटोरने के लिए दिवंगत विधायक सरवत करीम अंसारी के बेटे उबेदुर रहमान को मैदान में उतारा है। निर्दलीय उम्मीदवार सादिया जैदी और विजय कुमार कश्यप भी मैदान में हैं।
हिमाचल प्रदेश में तीन सीटों पर हो रहा उपचुनाव
हिमाचल प्रदेश में देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। इन तीन सीटों पर निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद ये सीटें खाली हो गई थीं। इन विधायकों ने फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को वोट किया था और बाद में वे पार्टी में शामिल हो गए थे। ऐसे में उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द हो गई थी। ऐसे में ये उपचुनाव हो रहा है। असल में फरवरी में देहरा से विधायक होशयार सिंह ने इस्तीफा दिया था तो हमीरपुर आशीष शर्मा और नालागढ़ से केएल ठाकुर ने इस्तीफा दिया था। हिमाचल प्रदेश में बीजेपी को आशा है कि वह लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव में भी बड़ी जीत दर्ज करेगी और तीनों सीटों पर परचम लहराएगी। वहीं कांग्रेस तीनों सीटों पर अपनी जीत के लिए आश्वस्त है।
बिहार के रुपौली में आमने-सामने NDA-इंडिया ब्लॉक
बिहार में लोकसभा चुनाव में एनडीए की जबरदस्त जीत के बाद एक बार फिर से चुनावी मैदान में एनडीए और महागठबंधन आमने-सामने है। रुपौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर वोटिंग जारी है। चुनावी मैदान में जनता दल यूनाइटेड और राजद आमने-सामने हैं। जनता दल यूनाइटेड ने रुपौली सीट से कलाधर मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि राजद ने एक बार फिर से बीमा भारती पर भरोसा जताते हुए राजद उम्मीदवार बनाया है। रुपौली विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा आबादी गंगोता समाज की है और इसी समाज से बीमा भारती और जदयू प्रत्याशी कलाधर मंडल दोनों आते हैं।
पश्चिम बंगाल में चार सीटों पर उपचुनाव जारी
पश्चिम बंगाल में चार विधानसभा सीटों मानिकतला, रायगंज, राणाघाट दक्षिण और बगदाह पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। इन चार सीटों में से तीन के भाजपा विधायक सत्तारूढ़ टीएमसी में शामिल हो गए थे और हाल ही में खत्म हुए लोकसभा चुनाव लड़े थे, हालांकि उन्हें चुनावों में हार मिली। ये सीटें रायगंज, राणाघाट दक्षिण और बाघा हैं। वहीं, टीएमसी विधायक के निधन के बाद खाली हुई मानिकतला सीट पर भी उपचुनाव हैं। टीएमसी के दिवंगत विधायक और बंगाल के मंत्री साधन पांडे का पारंपरिक रूप से कांग्रेस और तत्कालीन टीएमसी का गढ़ रही सीट 20 फरवरी 2022 को उनके निधन के कारण खाली हुई थी। हालांकि, पांडे की मृत्यु के 6 महीने बाद भी इस सीट पर उपचुनाव नहीं हो सका। टीएमसी ने इस सीट पर साधन पांडे की पत्नी सुप्ति पांडे को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने एक बार फिर से कल्याण चौबे पर दांव लगाया है।
मध्यप्रदेश में अमरवाड़ा पर बीजेपी की नजर
मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। यह सिर्फ एक उपचुनाव नहीं बल्कि बीजेपी और कांग्रेस की नाक का सवाल बन गया है। बीजेपी छिंदवाड़ा लोकसभा जीतने के बाद भाजपा इस विधानसभा को भी जीत लेना चाहती है तो वहीं कांग्रेस और कमलनाथ लोकसभा की हार का बदला लेने के मूड में हैं। अमरवाड़ा में मुख्य मुकाबला तो बीजेपी प्रत्याशी कमलेश शाह और कांग्रेस प्रत्याशी धीरन शाह इनवाती के बीच है। आदिवासी बहुल सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी दोनों दलों के वोटरों में सेंध लगाने का दम रखती है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मीदवार देवरावेन भलावी पर भी सबकी नजरें लगी हुई हैं क्योंकि साल 2003 में अमरवाड़ा से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी चुनाव जीत चुकी है।