नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम के हालिया वर्ल्ड कप खिताब में सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल का योगदान काफी अहम रहा। प्रतिका ने पूरे लीग स्टेज के दौरान अपनी धमाकेदार और आक्रामक बल्लेबाजी से टीम इंडिया को लगभग हर मैच में शानदार शुरुआत दिलाई, जिससे टीम का अभियान मजबूत हुआ। हालांकि, उनके लिए किस्मत ने एक दुखद मोड़ लिया। आखिरी लीग मैच के दौरान वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से चोटिल हो गईं। इस गंभीर चोट के चलते वह सेमीफाइनल और फाइनल जैसे बड़े मुकाबलों में हिस्सा नहीं ले पाईं। उनकी जगह आईं शैफाली वर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत ने अंततः विश्व कप की ट्रॉफी अपने नाम की।
पहले राउंड में निराशा, फिर मिली टीम
प्रतिका की जबरदस्त बल्लेबाजी फॉर्म को देखते हुए, यह उम्मीद की जा रही थी कि WPL 2026 के मेगा ऑक्शन में उन्हें भारी-भरकम रकम मिलेगी। लेकिन, पहले राउंड के ऑक्शन में जो हुआ वह हर किसी के लिए चौंकाने वाला था। वर्ल्ड कप की स्टार खिलाड़ी होने के बावजूद, प्रतिका को पहले राउंड में कोई खरीदार नहीं मिला और वह अनसोल्ड रहीं। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण उनकी चोट की अनिश्चितता रही। रिपोर्ट्स के अनुसार, वह अभी भी पूरी तरह से फिट नहीं हैं और वुमेंस प्रीमियर लीग , जो 9 जनवरी 2026 में शुरू होनी है, तक उनका पूरी तरह से ठीक हो पाना मुश्किल लग रहा था। फ्रेंचाइजियों ने पहले राउंड में चोट की अनिश्चितता को देखते हुए बड़ा जोखिम लेना उचित नहीं समझा।

