हर मन’ में बस गईं भारत की बेटियां, पहली बार वर्ल्ड कप जीतकर दुनिया में लहराया तिरंगा
भारत ने साउथ अफ्रीका को हराकर इतिहास रच दिया। महिला वर्ल्ड कप के 52 साल के इतिहास में भारत ने अपना पहला वर्ल्ड कप खिताब जीता। साल 2002 और 2017 की कड़वी यादों को पीछे छोड़ इस बार भारत ने खिताब उठाया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार आईसीसी महिला वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया. मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए फाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराया. पूरे देश में जश्न का माहौल है. बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के लिए 51 करोड़ रुपए के इनाम की घोषणा की है.
BCCI ने भारतीय महिला टीम को वर्ल्ड कप जीतने के बाद ICC से भी बड़ा इनाम दिया है. भारतीय टीम को ICC से 4.48 मिलियन अमेरिकी डॉलर (39.78 करोड़ रुपये) यानी लगभग 40 करोड़ रुपये की इनामी राशि मिली है. वहीं, BCCI ने भारतीय महिला टीम को वर्ल्ड कप जीतने के बाद 51 करोड़ रुपए दिए हैं.
महिला क्रिकेट के लिए बड़ा पल
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने इसे भारतीय महिला क्रिकेट के लिए बड़ा पल बताया. आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल ने भी इस जीत की तुलना 1983 में पुरुष टीम द्वारा जीते गए वर्ल्ड कप से की. उन्होंने कहा कि आज का दिन महिला क्रिकेट के इतिहास में यादगार बन गया है, और अब महिला क्रिकेट नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा.
महिला क्रिकेट को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा
अरुण धूमल ने कहा, ‘यह भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक यादगार दिन है. पुरुष टीम ने 1983 में जो हासिल किया था, उसे भारतीय महिलाओं ने आज मुंबई में दोहराया है. यह ऐतिहासिक जीत देश में महिला क्रिकेट को जबरदस्त बढ़ावा देगी और मुझे विश्वास है कि हमारा खेल अब नई ऊंचाइयों को हासिल करेगा.’
खिलाड़ियों की आंखों में खुशी के आंसू थे
इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन बनाए. शेफाली वर्मा ने 87 रन, दीप्ति शर्मा ने 58 रन और स्मृति मंधाना ने 45 रन बनाए. भारत की सलामी जोड़ी ने 100 रन की साझेदारी कर टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई. जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन भारत ने जल्दी-जल्दी विकेट लेकर मैच अपने पक्ष में कर लिया. दीप्ति शर्मा ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 5 विकेट लिए. शेफाली वर्मा ने भी गेंद से कमाल दिखाते हुए 2 विकेट झटके. दक्षिण अफ्रीका की लौरा वोल्वार्ड्ट ने 101 रन बनाए, लेकिन उनकी टीम 246 रन पर ऑलआउट हो गई. इस जीत के साथ ही भारतीय महिला क्रिकेट में एक नए दौर की शुरुआत हो गई है. खिलाड़ियों की आंखों में खुशी के आंसू थे और देश का तिरंगा गर्व से लहरा रहा था.

