जिनेवा: यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगी के टॉप डिप्लोमैट और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अमेरिका के शांति प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे हैं। रविवार को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में अमेरिका के पीस प्लान पर बातचीत के लिए इन देशों के अधिकारी जमा हुए हैं। यह यूक्रेन के डिप्लोमैटिक कैंपेन का लेटेस्ट राउंड है। इसका मकसद शांति के लिए अपनी शर्तों पर वैश्विक सहमति बनाना है। इनका रूसी सैनिकों की वापसी और यूक्रेन की इंटरनेशनल लेवल पर मान्यता प्राप्त सीमाओं को फिर से बहाल करने पर जोर है।
यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि मीटिंग मॉस्को के साथ बातचीत के बारे में नहीं बल्कि UN चार्टर पर आधारित शांति के लिए एक साझा नजरिए के पीछे इंटरनेशनल कम्युनिटी को एकजुट करने पर है। यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ आंद्रेई यरमक ने जिनेवा में ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ बैठक की है।
यूक्रेन को अच्छे नतीजे की उम्मीद
आंद्रेई यरमक ने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमें सार्थक वार्ता की उम्मीद है। हम यूक्रेन में स्थायी और न्यायसंगत शांति स्थापित करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के भी बैठक के लिए जिनेवा पहुंचने की संभावना है। अमेरिका का रुख क्या रहता है, इस पर दुनिया की नजर लगी हुई है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हालांकि यूक्रेन को राहत देते हुए शनिवार को कहा कि अमेरिकी पीस प्लान उनका ‘अंतिम प्रस्ताव’ नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं शांति चाहता हूं। किसी ना किसी तरह से हमें इसे खत्म करना ही होगा। हालांकि ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया कि इस योजना को ‘अंतिम’ ना मानने से उनका क्या मतलब है।

