क्या है जी-20?

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जी-20 का गठन साल 1999 में हुआ था। इसको ग्रुप ऑफ ट्वेंटी भी कहा जाता है। यह यूरोपियन यूनियन और 19 देशों का एक अनौपचारिक समूह है। जी-20 शिखर सम्मेलन में इसके नेता हर साल जुटते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को बढ़ाने पर चर्चा करते हैं।

इसलिए हुआ था गठन

शुरुआत में यह वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों का संगठन हुआ करता था। इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था। 2008 में दुनिया ने भयानक मंदी का सामना किया था। इसके बाद इसे शीर्ष नेताओं के संगठन में तब्दील कर दिया गया। इसके बाद यह तय किया गया कि साल में एक बार जी-20 राष्ट्रों के नेताओं की बैठक की जाएगी।

जी 20 में ये देश हैं शामिल

अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका।

G 20 की कार्यशैली

जी-20 में दो समानांतर ट्रैक होते हैं। वित्त ट्रैक और शेरपा ट्रैक। शेरपा पक्ष की ओर से जी-20 प्रक्रिया का समन्वय सदस्य देशों के शेरपाओं द्वारा किया जाता है जो नेताओं के निजी प्रतिनिधि होते हैं। वित्त ट्रैक का नेतृत्व सदस्य देशों के वित्त मंत्री और सेंट्रल बैंक के गवर्नर करते हैं। दोनों ट्रैक के अंदर कार्य समूह हैं जिनमें सदस्यों के संबंधित मंत्रालयों के साथ आमंत्रित/अतिथि देशों और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेते हैं। वित्त ट्रैक मुख्य रूप से वित्त मंत्रालय के नेतृत्व में है। यह कार्य समूह हर अध्यक्षता के पूरे कार्यकाल में नियमित बैठकें करते हैं। शेरपा पूरे साल के दौरान हुई वार्ताओं का पर्यवेक्षण करते हैं। शिखर सम्मेलन के लिए एजेंडे पर चर्चा करते हैं। जी 20 का सबसे बड़ा मकसद आर्थिक सहयोग है। इसमें शामिल देशों की कुल जीडीपी दुनियाभर के देशों की 80 फीसदी है।

भारत का विश्व मंचों पर वर्चस्व

-भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़ पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना।
– भारत यूएन सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य बना।
– यूएन सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग का रूस और अमेरिका ने समर्थन किया।
– भारत के पास जी-20, SCO की अध्यक्षता।

भारत में होने वाले जी-20 की थीम क्या है?

भारत का जी-20 अध्यक्षता का विषय ‘वसुधैव कुटुंबकम’ या ‘एक पृथ्वी-एक कुटुंब-एक भविष्य’ है। इसे महाउपनिषद के प्राचीन संस्कृत पाठ से लिया गया है।

ऐसा है जी-20 का लोगो

– जी-20 लोगो भारत के राष्ट्रीय ध्वज के जीवंत रंगों-केसरिया, सफेद, हरे और नीले रंग से प्रेरित है।
– इसमें भारत के राष्ट्रीय पुष्प कमल को पृथ्वी ग्रह के साथ प्रस्तुत किया गया है जो चुनौतियों के बीच विकास को दर्शाता है।

अगली अध्यक्षता किस देश के पास?

– इस समूह का कोई स्थायी सचिवालय नहीं है।
– इसकी अध्यक्षता ट्रोइका द्वारा समर्थित है। पिछला, वर्तमान और आने वाला अध्यक्षता (ट्रोइका)। भारत की अध्यक्षता के दौरान ट्रोइका में इंडोनेशिया (पूर्व अध्यक्ष), भारत (वर्तमान अध्यक्ष) और ब्राजील (वर्ष 2024 में अध्यक्षता) शामिल होंगे।


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