ड्रग और ड्रग की दुनिया से जुड़े लोगों के तार एक-एक कर काटे जा रहे हैं और इनमें से एक सबसे बड़ा नाम सामने आया है मध्यप्रदेश की ड्रग क्वीन का, जो जेल में रहकर दिल्ली की युवाओं की रातें रंगीन करती थी। सूरज ढलते ही शहरों में शुरू हो जाती है नाइट लाइफ। पब, डिस्को, होटल हर तरफ युवाओं की भीड़, नाच-गाना और सजती है ड्रग्स की महफिल और शुरू होता है जिस्मफरोशी का धंधा। वो ऐसी ही महफिलों को सालों से रंगीन बनाती आई थी।
नशे की दुनिया में वो ड्रग आंटी के नाम से मशहूर है। उसका काम था यंगस्टर को चरस, एमडीएमए, स्मैक सप्लाई करना। इसके अलावा ये ड्रग आंटी महंगे दामों पर विदेशी लड़कियां भी होटल तक पहुंचाती थी। मध्यप्रदेश से लेकर दिल्ली के होटल्स में ड्रग और जिस्म फरोशी के कारोबार को बढ़ाने वाली इस महिला का नाम काजल जैन है, जिसे पिछले साल विजयनगर से गिरफ्तार हुई है।
विजयनगर में ये विदेशी लड़कियों को होटल में सप्लाई कर रही थी तो पुलिस ने रेड की थी। काजल जैन को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया और तब से वो जेल में ही बंद है, लेकिन इस ड्रग आंटी का नेटवर्क इतना मजबूत है कि जेल में रहकर भी अपने कामों को अंजाम दे रही थी।

इस ड्रग आंटी का बेटा यश जैन भी अपनी मां की तरह ही इस काले-कारोबार में लगा हुआ था। खासकर मां के जेल जाने के बाद यश ने ही इस पूरे धंधे को संभालना शुरू किया था। जिस वक्त विजय नगर से इस महिला की गिरफ्तारी हुई थी उस वक्त यश भी वहीं था, लेकिन वो फरार होने में कामयाब हो गया था। तब से वो दिल्ली के होटल, डिस्को, यहां तक की कॉफी शॉप में हर तरह की ड्रग्स सप्लाई कर रहा था। यश नाईजीरियन नागरिकों से नशे का सामान खरीदता और युवाओं को महंगे दामों में बेचता था।
पुलिस लंबे समय से यश को तलाश रही थी, यहां तक की उसके नाम पर 10 हजार का ईनाम भी घोषित किया था। मां के गिरफ्तारी के बाद यश ने मध्यप्रदेश से दूरी बना ली थी। वो ज्यादातर दिल्ली में इस कारोबार को कर रहा था। बुधवार को आखिरकार दिल्ली क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार कर ही लिया। अब माना जा रहा है कि इसके बाद ड्रग आंटी का नेटवर्क कमजोर हो जाएगा। मां-बेटे अब दोनों सलाखों के पीछे हैं। काजल जैन और यश जैन ड्रग सप्लाई से करोड़ों रुपये कमा चुके हैं।
इंदौर के पॉश इलाके में इनका एक बड़ा बंगला भी है। इस बंगले को भी ये ड्रग आंटी बड़ी-बड़ी ड्रग पार्टीज के लिए इस्तेमाल करती थी, जहां शहर के बड़े-बड़े घरानों के युवा लड़के-लड़कियां आया करते थे। पुलिस यश की गिरफ्तारी को एक बड़ी कामयाबी मान रही है। पूछताछ की जा रही है कि मां-बेटे के इस नेटवर्क में और कितने लोग जुड़े हुए हैं और कैस ड्रग का ये पूरा खेल खेला जाता था।