सचिन तेंदुलकर ने वैसे तो दुनियाभर में तमाम दिग्गज टीमों के खिलाफ शतक जड़े, लेकिन आज के दिन 2012 में जो शतक ठोका था उसका स्वाद अलग ही था। आज से 100 वर्ष बाद भी उस शतक की महिमा कम नहीं होगी। सचिन तेंदुलकर का विश्व कप जीतने का सपना पूरा हो चुका था। हर कोई उनके संन्यास का इंतजार कर रहा था। लेकिन सचिन थे कि अपने छोटे कदमों से दुनिया को नापना बंद नहीं कर रहे थे। हालांकि, शतकों का अंबार लगाने वाले बल्ले में वो पुरानी धार नहीं दिख रही थी, जो भारत में खेले गए विश्व कप में दिखी थी। उनके 99 इंटरनेशनल शतक थे और हर किसी को क्रिकेट के भगवान के 100वें शतक का इंतजार था, जो बांग्लादेश के खिलाफ आज ही के दिन यानी 16 मार्च, 2012 को पूरा हुआ।
महान सचिन ने 99वां शतक साउथ अफ्रीका के खिलाफ विदर्भ क्रिकेट असोसिएशन में 12 मार्च 2011 को वनडे में 111 रनों की पारी खेलते हुए पूरा किया था। इसके बाद लंबे समय तक वह करिश्माई आंकड़े को छूते-छूते रह जा रहे थे। वह दिन भी आया, जब सचिन ने एशिया कप 2012 के दौरान मीरपुर में खेले गए बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में 114 रनों की पारी खेलते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट करियर का 100वां शतक पूरा किया।

जब सचिन ने तिहाई का आंकड़ा पूरा किया तो पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस ने झुककर उनकी इस उपलब्धि का स्वागत किया। शतक के बाद बल्ला उठाना और आसमान की ओर देखना तो जैसे आदत थी, लेकिन इस बार उनके चेहरे पर अलग तरह का सुकून था। वह उन्हें पता है कि यह शतक देश के लिए, उनके फैंस के लिए कितना किमती था। 99 से 100 शतकों के बीच का अंतर 369 दिनों, 23 मैचों और 34 पारियों का अंतर था।
शतक के बाद उनका गर्मजोशी से जश्न मनाना यह बता गया था कि वह भी कितना इसके लिए बेसब्र थे। अलग तरह का गुस्सा चेहरे पर था और एक ऐसा कीर्तिमान बना चुके थे, जिसे तोड़ने के लिए लंबे समय तक क्रिकेट के सूरमा तोड़ने के लिए सिर से पांव तक का जोर लगाने वाले हैं। विराट कोहली के नाम 75 शतक हैं और वह फिलहाल न केवल इंटरनेशनल क्रिकेट में शतकों के मामले में दूसरे नंबर पर हैं, बल्कि एक्टिव प्लेयर्स में सबसे ऊपर हैं, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए अभी भी उन्हें 25 शतक जड़ने होंगे।
खैर, सचिन के इस शतक के बावजूद भारत को हार मिली थी और वह जश्न अपने अंदाज में नहीं मना सके थे। मैच में भारतीय टीम ने 5 विकेट के नुकसान पर 114 रनों की पारी खेली थी, जबकि विराट कोहली ने 66 रन बनाए थे। उनके अलावा सुरेश रैना ने तेज तर्रार 51 रन ठोके थे। जवाब में बांग्लादेश ने तमीम इकबाल के 70, जहुरुल इस्लाम के 53, नासिर हुसैन के 54 की हाफ सेंचुरी, जबकि शाकिब अल हसन (49) और मुशफिकुर रहमान (46 नाबाद) की दमदार पारियों के दम पर 4 गेंद पहले विनिंग रन बना लिए।